रेलवे बॉक्सिंग रिंग में शराब के साथ बर्थ डे पार्टी, हाई कोर्ट ने महाप्रबंधक से जवाब मांगा
बिलासपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन के बॉक्सिंग रिग में शराब पीते हुए बर्थ डे मनाने पर हाईकोर्ट ने संज्ञान लेते हुए जनहित याचिका के रूप में आज गुरूवार को सुनवाई की। प्रकाशित समाचार के आधार पर सुनवाई करते हुए चीफ जस्टिस की डीबी ने महाप्रबंधक, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे से अगली सुनवाई से पूर्व शपथपत्र पर जवाब माँगा है।
एक समाचार माध्यम में आज इस आशय का समाचार प्रकाशित किया गया कि, एसईसीआर जोन के बॉक्सिंग रिग में स्पोर्ट्स सेल प्रभारी सहित अन्य कोचों व खिलाड़ियों ने रिग में बैठकर दो लोगों का जन्मदिन मनाया , ऐसी जगह पर शराब पी, खेल अधिकारियों ने इसे बार में बदल दिया है। शराब पीने के बाद, उन्होंने मौके पर ही नॉन-वेज खाया’’ हालाँकि, रेलवे अधिकारियों ने मामले की जाँच के बाद कार्रवाई करने की बात कही है। पार्टी के दौरान, खेल अधिकारियों ने खिलाड़ियों के मैट को टेबल की तरह इस्तेमाल किया, उन्हें परिधि के चारों ओर लगाया गया था, और बीच में रखी गई जगह को सेंटर टेबल की तरह इस्तेमाल किया गया था। ऊपर गिलास, बीयर की बोतलें और स्नैक्स रखे गए थे, और पार्टी घंटों तक चलती रही। समाचार रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि बॉक्सिंग कोच, भी अन्य सदस्यों के साथ बॉक्सिंग रिग में पार्टी में शामिल हुए थे।
इस मामले में आज चीफ जस्टिस व जस्टिस बीडी गुरु की डिवीजन बेंच ने अवकाश होने पर भी सुनवाई की। डीबी ने कहा कि, सीनियर डीसीएम, अनुराग कुमार सिह का बयान भी प्रकाशित हुआ है, जिन्होंने कहा है कि बॉक्सिंग रिग खिलाड़ियों के अभ्यास के लिए है, यहाँ शराब पीना प्रतिबंधित है। ऐसी किसी भी घटना की निश्चित रूप से जाँच की जाएगी। प्रथम दृष्टया, ऐसा आचरण घोर कदाचार और खेल प्रशिक्षण और अभ्यास के लिए बने स्थान की पवित्रता के प्रति अनादर को दर्शाता है। उपरोक्त समाचार के बारे में पूछे जाने पर, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक,तरुण प्रकाश ने मामले की विस्तृत जाँच करने और रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए समय माँगा है।
कोर्ट ने महाप्रबंधक, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, अगली सुनवाई की तारीख से पहले विधिवत शपथ पत्र के रूप में एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है, जिसमें ऐसी जाँच के परिणाम और दोषी अधिकारियों के विरुद्ध प्रस्तावित या की गई कार्रवाई, यदि कोई हो, का उल्लेख होगा। इस मामले को 31 अक्टूबर को को पुन: निर्धारित किया गया है।