न्याय की खोज एक निरंतर यात्रा-चीफ जस्टिस

बिलासपुर। न्याय की खोज एक निरंतर यात्रा है। इसके लिए सतत सतकर्ता, परिवतनों को अपनाने की इच्छा और संविधान में निहित आदशों के प्रति अटूट प्रतिबद्धता आवश्यक है। यह बात छत्तीसगढ़ राज्य न्यायिक अकादमी द्वारा दुर्ग संभाग के न्यायिक अधिकारियों के लिए आयोजित एक दिवसीय संभागीय न्यायिक सेमिनार में मुख्य अतिथि मुख्य न्यायाधीश और छत्तीसगढ़ राज्य न्यायिक अकादमी के संरक्षक न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा ने कही। उन्होंने कहा कि न्यायिक अधिकारियों का कार्य केवल एक पेशा नहीं है, बल्कि यह एक पवित्र दायित्व, राष्ट्र सेवा और न्याय की तलाश में लगे लोगों के लिए आशा की किरण है। सेमिनार में छत्तीसगढ़ राज्य न्यायिक अकादमी की अध्यक्ष न्यायमूर्ति रजनी दुबे उपस्थिति रहीं। छत्तीसगढ़ राज्य न्यायिक अकादमी द्वारा दुर्ग संभाग के न्यायिक अधिकारियों के लिए एक दिवसीय संभागीय न्यायिक सेमिनार का आयोजन दुर्ग के सभागार में किया गया। सेमिनार में दुर्ग संभाग के पांच सिविल जिलों बालोद, बेमेतरा, दुर्ग, कबीरधाम एवं राजनांगांव के 76 न्यायिक अधिकारियों ने भाग लिया। इसका मुख्य अतिथि मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा ने वर्चुअली उद्घाटन किया। बताया कि इस संभागीय सेमिनार में न्यायाधीशों के सामने दिन-प्रतिदिन आने वाले विषयों नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट्स अधिनियम, दस्तावेज प्रदर्शन एवं स्वीकृति के नियम उच्चतम न्यायालय द्वारा गिरफ्तारी, रिमांड एवं जमानत के संबंध में दिये गये निर्देशों किशोर न्याय अधिनियम के

विचार-विमर्श के केंद्र बिंदु हैं। उन्होंने कहा कि इन विषयों का ज्ञान केवल प्रक्रिया का पालन नहीं बल्कि निष्पक्ष सुनवाई, व्यक्तिगत स्वतंत्रता की रक्षा और न्यायिक प्रक्रिया में जनता का विश्वास बनाए रखने के लिए अत्यंत आवश्यक है।

सेमिनार में 76 न्यायिक अधिकारियों ने लिया भागः सेमिनार में 76 न्यायिक अधिकारियों ने दुर्ग, कबीरधाम, राजनांदगांव, बालोद एवं बेमेतरा जिलों से सहभागिता की। प्रतिभागियों द्वारा विभिन्न विषयों पर प्रस्तुतियां दी गईं, जिनमें नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट्स एक्ट के तहत वादों के परीक्षण में विधिक परिवतों का मार्गदर्शन, प्रक्रिया संबंधी दिशा निर्देश एवं सर्वोत्तम प्रथाएं, अनुबंध के विशेष निष्पादन का सिद्धांत, कानून एवं प्रक्रिया, विशेष रूप से उच्चतम न्यायालय के हालिया निणयों के संदर्भमें, विशेष निष्पादन की उपलब्धता पर अपनी बात रखी। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल, अन्य रजिस्ट्री अधिकारी भी उपस्थित रहे।

kamlesh Sharma

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