न्याय तक पहुंच के लिए डिजिटल क्रांति
“न्यायिक अधिकारियों  को आधुनिकतम तकनीकी उपकरणों से सुसज्जित करना हमारी प्राथमिकता- चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा
बिलासपुर,  छत्तीसगढ उच्च न्यायालय द्वारा राज्य की न्यायपालिका के तकनीकी दक्षता बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए उच्च न्यायालय के तकनीकी स्टाफ व छत्तीसगढ राज्य के सभी 23 जिलों के असिस्टेंट प्रोग्रामर के लिए छत्तीसगढ राज्य न्यायिक अकादमी में तकनीकी दक्षता विकास और सी. आई. एस. 4.0 वर्जन के प्रशिक्षण हेतु कार्यशाला आयोजित किया गया तथा उन्हें उच्च क्षमता का लेपटाप प्रदान किया गया ।
कार्यक्रम का शुभारंभ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि  मुख्य न्यायाधिपति  न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में श्रीमती न्यायमूर्ति रजनी दुबे न्यायाधीश छत्तीसगढ उच्च न्यायालय एवं अध्यक्ष कमेटी टू मानीटर द फंक्शनिंग सीएसजेए विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थीं ।
मुख्य न्यायाधिपति  ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए व्यक्त किया कि उच्च न्यायालय के तकनीकी सहयोगी स्टाफ तथा राज्य के समस्त जिलों को उच्च क्षमता का लेपटाप प्रदान किया जाना उनकी तकनीकी दक्षता व उत्कृष्टता बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं और यह
डिजिटल युग में न्यायपालिका को सशक्त बनाने के हमारे सामूहिक प्रयास का प्रमाण है। मुख्य न्यायाधिपति ने इस अवसर पर व्यक्त किया कि न्यायपालिका को तकनीकी रूप से सक्षम होने के लिए न्यायिक अधिकारियों के साथ-साथ न्यायिक स्टाफ का भी तकनीकी रूप से दक्ष होना आवश्यक है । न्यायिक स्टाफ जितना दक्ष होगा हमारी न्यायपालिका भी उतनी ही दक्ष होगी और हम उतनी ही तेजी से परिणाम दे पाने में सक्षम हो पाएंगे ।
मुख्य न्यायाधिपति  ने व्यक्त किया कि न्यायालयीन स्टाफ को मात्र तकनीकी ज्ञान से दक्ष होना पर्याप्त नहीं है बल्कि इसके लिए उन्हें तकनीकी व डिजिटल संशाधनों से सुसज्जित होना होगा । न्यायिक अधिकारी व कर्मचारी तकनीकी ज्ञान व डिजिटल संशाधनों से दक्ष रहें यह हमारी प्राथमिकता है और न्यायालय के तकनीकी स्टाफ को आधुनिक आवश्यकताओं के अनुरूप ढालने के लिए और उनकी क्षमताओं को बढ़ाने की कड़ी में  उच्च न्यायालय तथा राज्य के सभी 23 जिला न्यायालयों के तकनीकी स्टाफ को लेपटाप प्रदान किया जा रहा है
मुख्य न्यायाधिपति  ने कहा कि न्यायपालिका में तकनीकी स्टाफ की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है, अब जबकि तकनीकी स्टाफ को उच्च क्वालिटी के तकनीकी व डिजिटल संशाधनों से लैस किया जा रहा है तो आप सबकी जिम्मेदारी है कि सभी लोग इन संशाधनों के उपयोग में पूर्ण दक्ष बनें इसका पूर्ण दोहन करते हुए आम लोगों को शीघ्र सस्ता सुलभ न्याय उपलब्ध कराए जाने की प्रक्रिया में योगदान करें ।
मुख्य न्यायाधिपति  ने इस अवसर पर व्यक्त किया कि हम यह अपेक्षा करते हैं कि आज इस कार्यशाला में उपस्थित सभी प्रतिभागी तकनीकी स्टाफ इस कार्यशाला का पूर्ण दोहन करेंगे और उसका लाभ उठाएंगे और उनके मन में जो भी प्रश्न होंगे उसका समाधान ढूढ़ने का प्रयास करेंगे और एक दूसरे से सीखने का प्रयास करेंगे ।
इस अवसर पर  मुख्य न्यायाधिपति  के नेतृत्व में उच्च न्यायालय के 11 टेक्निकल स्टाफ और छत्तीसगढ राज्य के सभी 23 जिलों के असिस्टेंट प्रोग्रामर कुल 34 तकनीकी स्टाफ आधुनिक तकनीकी से युक्त लेपटाप का वितरण किया गया । यह कि दिनांक 21/12/2024 को  200 न्यायिक अधिकारियों को उच्च क्षमता वाले आधुनिक आईपैड प्रदान किए गए थे ।
यह कि  मुख्य न्यायाधिपति  न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा द्वारा आधुनिक तकनीकी व डिजिटल संशाधनों को बढावा देते हुए व उसका पूर्ण उपयोग करते हुए उच्च न्यायालय परिसर से राज्य भर के जिला न्यायालयों का वर्चुअल निरीक्षण, लोक अदालत का वर्चुअल निरीक्षण तथा न्यायिक अधोसंरचना, न्यायालय भवन व न्यायिक कर्मचारियों व अधिकारियों के लिए आवास आदि परियोजनाओं का वर्चुअल शिलान्यास तथा उद्घाटन व डिवीजनल सेमीनारों को संबोधित किया जाता रहा है जो कि उच्च न्यायालय के तकनीकी स्टाफ व जिला न्यायालयों के तकनीकी स्टाफ के समन्वय से होता था, जिसमें उच्च न्यायालय एवं जिला न्यायालय के तकनीकी स्टाफ को लेपटाप की आवश्यकता होती थी और उनके पास लेपटाप नहीं होने से कठिनाई होती थी और वे न्यायिक अधिकारी या कहीं अन्य से लेपटाप का इंतजाम कर किसी तरह कार्य सम्पादन करते थे।  मुख्य न्यायाधिपति  के नेतृत्व में उच्च न्यायालय के तकनीकी स्टाफ व जिला न्यायालयों के असिस्टेंट प्रोग्रामरों को उच्च क्षमता का लेपटाप मिलने से उनकी कार्यक्षमता में वृद्धि होगी और उनका उत्साहवर्धन भी होगा और वे न्यायदान की प्रक्रिया में अधिक उपयोगी हो सकेंगे ।

 

kamlesh Sharma

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