चीफ जस्टिस ने पारिवारिक जिम्मेदारियों के साथ अपनी ड्यूटी भी शिद्दत से निभाई,

00 वर्चुअल माध्यम से मामलों की सुनवाई की

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा की माताजी की तबियत बीते कुछ दिनों से ठीक नहीं है। इलाज के लिए लखनऊ लेकर गए हैं। मां की बीमारी और पारिवारिक जिम्मेदारियों के बाद भी उन्होंने अपनी ड्यूटी पूरी शिद्दत के साथ निभाई। मामलों मुकदमों की बढ़ती संख्या और याचिकाकर्ताओं की परेशानी को देखते हुए सोमवार को डिवीजन बेंच और सिंगल बेंच में लगे मामलों की सुनवाई करने का निर्णय लिया। लिहाजा लखनऊ से सीधे वर्चुअल जुड़कर सुनवाई प्रारंभ की।
चीफ जस्टिस ने रजिस्ट्रार जनरल को निर्देशित किया था उनके डिवीजन बेंच और सिंगल बेंच के मामलों की लिस्टिंग करें। वे लखनउऊ से वर्चुअल जुड़कर सुनवाई करने का अपना निर्णय रजिस्ट्रार जनरल काे सुना दिया था। लिहाजा बिलासपुर हाई कोर्ट में पहली डिवीजन बेंच अपने नियत समय पर लगी और सुनवाई प्रारंभ हुई। हाई कोर्ट के डिवीजन बेंच एक में जस्टिस अरविंद वर्मा और याचिकाकर्ता व प्रमुख पक्षकारों के वकील थे। चीफ जस्टिस ठीक समय पर वर्चुअल जुड़े। उनके जुड़ते ही सुनवाई प्रारंभ हुई। जस्टिस वर्मा मामलों के बारे में बता रहे थे और उनसे सीधे चर्चा कर रहे थे। निर्धारित समय तक डिवीजन बेंच में सुनवाई की। लंच के बाद चीफ जस्टिस ने सिंगल बेंच में सुनवाई प्रारंभ की।
0 बिलासपुर हाईकोर्ट में यह पहली बार हुआ
कोराेना संक्रमण काल के दौर में वर्चुअल सुनवाई का दौर प्रारंभ हुआ था। उस दौर में जज हाई कोर्ट में बैठकर सुनवाई करते थे।याचिकाकर्ता और प्रमुख पक्षकारों के अधिवक्ताओं को वर्चुअल जुड़ने की छूट थी। वे वर्चुअल जुड़कर अपने मामलों की पैरवी किया करते थे। यह पहली बार हुआ जब हाई कोर्ट जज वर्चुअल जुड़कर मामलों की सुनवाई की। चीफ जस्टिस ने डिवीजन बेंच और सिंगल बेंच में वर्चुअल सुनवाई की।

kamlesh Sharma

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